Saturday, January 23, 2010

Yeh ‘Suffer’ zara filmi hain!!!

Scene 1

Engineering hostel, Bangalore

उस दिन एक छात्र ने एक ऐसा निर्णय लिया जो उसे बरसो तक अपने पापा से और हमेशा के लिए अपने GF से दूर रखेगा.

काफी सारा हिम्मत और थोड़ी सी Old Monk चढ़ा कर उसने अपने पापा को फ़ोन किया और कहा “पापा मैं engineering नहीं कर सकता, मुझे film-maker बन्ना हैं”. आधे घंटे बाद जब उसने फोन रखा तो उसके आँखों में आसू थे, और हाथ में Old Monk.

हॉस्टल के बाकी छात्रों को जब यह खबर मिली, तो सारे ग्यान देने पहुंचे – “तू पागल हैं”, “director बन्ना मज़ाक थोड़ी हैं”, “अबे back-up चाहिए होता हैं”, “सपने देखना बन्द कर”, “नहीं नहीं तुने सही decision लिया”, “अबे मैं भी सोच रहा हूँ politician बन जाऊं”, “भाई actor मुझे ही लेना”, “तेरे फिल्म में rape scenes हुए तो मुझे ज़रूर याद करना” वग्येराह वग्येराह . लेकिन हाँ उस भीड़ में कुछ ऐसे लोग थे जो आज भी साथ हैं.

Scene 2

Film School, Bangalore

उस छात्र को लगता था की वोह फिल्मो को अच्छी तरह जानता हैं , क्यूंकि उसने थोड़े अंग्रेजी फिल्म, बहुत हिंदी फिल्में और बहुत सारे Porn films देखे थे. Full confidence के साथ जब वह अपने नए classroom में enter किया तो Mam ने पहला सवाल पुछा “How many of you have seen Citizen Kane”? पता चला किसी Orson Welles नामक निर्देशक ने बनाया था. भाई Spielberg सुना हैं, Yash Copra सुना हैं, MILF भी सुना हैं, यह कौनसी चीज़ हैं? उस दिन उसे समझ में आया, उसकी राह कोई गुलाब की पंकुरियो से नहीं सजी हैं.

Scene 3

Barista, Bangalore

उस छात्र ने अपनी पहली documentary बनायीं और वोह बहुत खुश होकर अपने GF को यह खबर देना चाहता था. खबर सुनने के बाद GF ने जवाब दिया “I am happy for you”. GF के अगले कुछ शब्दों ने उस पर ऐसा प्रहार किया की उसके सामने Barista का बिल भी कम पढ़ गया. वोह लड़का अपनी bike start कर के अकेले अपनी घर के तरफ रवाना हो गया.

लड़की के ma-बाप हमेशा चाहते हैं की उनकी लड़की किसी ऐसे लड़के के साथ रहे जो ज़िम्मेदार हो, जिसके पास job security हो, जिसके future साफ़ दिखता हो. अब यह सब किसी film-maker के पास कहाँ, यह सब तो सिर्फ engineer और doctors के पास होता हैं.

Scene 4

Posh colony, Jamshedpur

Sharma’s के घर पार्टी चल रही थी. उनके बेटे ने GRE clear किया था. America जा रहा था वोह भी scholarship के साथ. Party के बीच किसी ने उस छात्र से पुछा “बेटे तुम आजकल क्या कर रहे हो, कुछ editing वग्यारह का काम कर रहे हो न? छात्र पूरे आत्मविश्वास के साथ जवाब देना शुरू किया ही था की उसके पापा ने interrupt किया “अरे कुछ नहीं, पैसे बर्बाद कर रहा हैं, हम ही ने इसे सर पर बिठा रखा था, कहता हैं film-maker बनेगा. कुछ नहीं होगा इस नालायाख से” उस छात्र ने अपने पापा की ऊंची आवाज़ को तो बर्दाश्त कर लिया par उसके बाद का फुसफुसाहट उससे बर्दाश्त नहीं हुआ. घर-bar, नहीं sorry सिर्फ घर त्याग कर वोह बंगलोर की तरफ चल पड़ा.

अच्छी बात यह थी की वोह छात्र इनं सब scenes के बावजूद टुटा नहीं. अपने राह पर चलता गया. कई और चीजों को त्याग करता गया और आज वोह एक…………………………

जी नहीं वोह आज तक director बनं नहीं पाया.

6 comments:

± said...

Bhai, hindi fotn lagva lo. Kyon gareeb aankhon ki maar rahe ho?

Yeh confession type tha?

Joybrato Dutta said...

Sir kaise kare. Kahan se hota hain

Joybrato Dutta said...

Harjee aapke liye Hindi mein

Babbli said...
This comment has been removed by the author.
Babbli said...

Good Realization
bus kuch inspired lag raha hai!!!

thinkinthrutheeye said...

heart breakingly funnyyy :)